नई दिल्ली
एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया 1 मई, 2019 से भारतीय वायुसेना के उप-प्रमुख का पदभार संभाल लेंगे। 15 जून 1980 को आईएएफ की फाइटर स्ट्रीम में कमीशंड भदौरिया फिलहाल बैंगलोर में भारतीय वायुसेना के प्रशिक्षण कमांड के मुखिया हैं। उन्हें 4,250 घंटे उड़ान का अनुभव है। उन्हें सॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया जा चुका है। एयर मार्शल भदौरिया फ्रांस के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद के लिए सौदेबाजी करने वाले दल में शामिल थे। उन्हें 26 अलग-अलग तरह के विमान उड़ाने का अनुभव है। अब तक के सेवाकाल में उन्होंने कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं। वह देश के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र मोर्चे पर जगुआर स्क्वाड्रन के कमांडर रह चुके हैं।
इसके अलावा वह फ्लाइट टेस्ट स्क्वाड्रन और सिस्टम टेस्टिंग एस्टेब्लिशमेंट के कमांडिंग ऑफिसर की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वह राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र में तेजस एलसीए प्रोजेक्ट के चीफ टेस्ट पायलट और प्रोजेक्ट डायरेक्टर रह चुके हैं। आरकेएस भदौरिया रूस में भारत की ओर से एयर अटैची भी रह चुके हैं। इसके अलावा वह एयर स्टाफ (प्रोजेक्ट) के सह-प्रमुख, नेशनल डिफेंस एकेडमी के कमांडेंट, सेंट्रल एयर कमांड में सीनियर एयर स्टाफ ऑफिसर और एयर स्टाफ के डिप्टी चीफ भी रहे हैं।
वह कैटेगरी ‘ए’ के फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और पायलट अटैक इंस्ट्रक्टर हैं। अब तक के सेवाकाल में आरकेएस भदौरिया को कई पदकों से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें जनवरी 2013 में अति विशिष्ट सेवा पदक से नवाजा गया था। इससे पहले जनवरी 2002 में उन्हें वायु सेना पदक से सम्मानित किया जा चुका था। जनवरी 2018 में उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।